tag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post3045009973514045351..comments2024-01-19T20:16:54.687+05:30Comments on ओळ्यूं मरुधर देश री… Remembrance to Rajasthan: आकां माथै हरियाळ्यां सूखै तुळछी री डाळ्यांRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttp://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-1136499740262688622011-10-21T01:10:13.501+05:302011-10-21T01:10:13.501+05:30speechless kar diya aapne Sir..
Regards..!speechless kar diya aapne Sir..<br />Regards..!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14112100275262110119noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-21668852387805757012011-10-18T11:18:11.268+05:302011-10-18T11:18:11.268+05:30आपणी सभ्यता अर संस्कृति री याद दिरावण खातर घणी घणी...आपणी सभ्यता अर संस्कृति री याद दिरावण खातर घणी घणी बधाई, आप तो बिहारी रे सतसैया ज्यूं गागर में सागर भरी है. <br /><br /><br /><br />ASHOK; Apny-Khunja; Hanumangrh Junction LOCATION at globe :- 29.6095N 74.2690EAshok Kumarhttps://www.blogger.com/profile/00626930954435091765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-81045024527301817332011-10-18T11:17:39.816+05:302011-10-18T11:17:39.816+05:30आपणी सभ्यता अर संस्कृति री याद दिरावण खातर घणी घणी...आपणी सभ्यता अर संस्कृति री याद दिरावण खातर घणी घणी बधाई, आप तो बिहारी रे सतसैया ज्यूं गागर में सागर भरी है. <br /><br /><br /><br />ASHOK; Apny-Khunja; Hanumangrh Junction LOCATION at globe :- 29.6095N 74.2690EAshok Kumarhttps://www.blogger.com/profile/00626930954435091765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-19242065975642096682011-10-18T11:16:42.208+05:302011-10-18T11:16:42.208+05:30आपणी सभ्यता अर संस्कृति री याद दिरावण खातर घणी घणी...आपणी सभ्यता अर संस्कृति री याद दिरावण खातर घणी घणी बधाई, आप तो बिहारी रे सतसैया ज्यूं गागर में सागर भरी है. <br /><br /><br /><br />ASHOK; Apny-Khunja; Hanumangrh Junction LOCATION at globe :- 29.6095N 74.2690EAshok Kumarhttps://www.blogger.com/profile/00626930954435091765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-39763069280198251252011-10-17T16:44:34.208+05:302011-10-17T16:44:34.208+05:30रचनाओं के माध्यम से समाज में जागरूकता पैदा करने का...रचनाओं के माध्यम से समाज में जागरूकता पैदा करने का दुष्कर कार्य कर रहे हैं आप राजेन्द्र जी ... बहुत बधाई ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-65404026195838877712011-10-16T16:39:40.591+05:302011-10-16T16:39:40.591+05:30आप बीकानेर के रहने वाले हो एवं मैं बिहार का फिर भी...आप बीकानेर के रहने वाले हो एवं मैं बिहार का फिर भी राजस्थान का जैसलमेर मेरे लहू के रंग में रच-बस सा गया है । मैं वायु सेना में था एवं मेरा तैनारी जैसलमेर में हुई थी। आपका राज्य बहुत अच्छा लगा ।<br />राजस्थानी में लिखे गए पोस्ट को देख कर मेरी स्मृतियां सजीव हो उठी । पोस्ट अच्छा लगा । मेरे पोस्ट पर आपका आमंत्रण है । धन्यवाद ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-44333255328904662692011-10-16T00:00:34.737+05:302011-10-16T00:00:34.737+05:30बहु सुन्दर विचार से भरी रचना. रचना का अनुवाद भी सा...बहु सुन्दर विचार से भरी रचना. रचना का अनुवाद भी साथ में प्रस्तुत कर आपने बड़े ह्रदय का परिचय दिया है. आभार.<br /><br />मेरे नए पोस्ट (हिंदी कविता) पर आपका स्वागत है, <br />www.belovedlife-santosh.blogspot.comSantosh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08093068150076949621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-2797310802786084102011-10-15T21:59:08.689+05:302011-10-15T21:59:08.689+05:30एकदम सही फरमा रहे हैं। कवि अपने परिवेश के प्रति जा...एकदम सही फरमा रहे हैं। कवि अपने परिवेश के प्रति जागरूक होता ही है। उसकी रचनाधर्मिता भी इसी में है कि सही और गलत को न सिर्फ उचित नज़रिए से देखे,बल्कि उसे अभिव्यक्त करने का साहस भी जुटाए।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-85674391120815121942011-10-15T11:27:54.432+05:302011-10-15T11:27:54.432+05:30bhut khub sa.sundre prastutiper badhi sa.bhut khub sa.sundre prastutiper badhi sa.KULDEEP SINGHhttps://www.blogger.com/profile/14950533075640484260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-64093845121772587992011-10-14T18:27:56.663+05:302011-10-14T18:27:56.663+05:30आ काबिता ने बांचर हि ठा चाल्यो क कदी-कदी पद , गद ...आ काबिता ने बांचर हि ठा चाल्यो क कदी-कदी पद , गद पे भारी पडेRajasthani Vaatahttps://www.blogger.com/profile/09298188351544415439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-5670912076552280892011-10-14T07:53:53.325+05:302011-10-14T07:53:53.325+05:30कवि कर्म का दायित्व और निर्वहन यही तो है !कवि कर्म का दायित्व और निर्वहन यही तो है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-65063283542675270472011-10-14T07:14:56.049+05:302011-10-14T07:14:56.049+05:30वर्तमान का सही आकलन प्रस्तुत किया है आपने!वर्तमान का सही आकलन प्रस्तुत किया है आपने!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-18022448647894051202011-10-13T22:46:30.519+05:302011-10-13T22:46:30.519+05:30राजेन्द्र जी इस सुंदर रचना के लिए बधाई स्वीकारें। ...राजेन्द्र जी इस सुंदर रचना के लिए बधाई स्वीकारें। लेकिन जिस तरह का रंगरूप इसे दिया है वह उतनी प्रभावित नहीं कर रही है। तुलसी और गंगा के संदर्भ वाली कविता यदि सादगी के साथ आती तो अधिक प्रभावित करती।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-74858581474335906282011-10-13T18:14:40.377+05:302011-10-13T18:14:40.377+05:30बहुत पावन विचार लिये एक सुंदर रचना|बहुत पावन विचार लिये एक सुंदर रचना|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-29979524452131866112011-10-13T14:25:58.028+05:302011-10-13T14:25:58.028+05:30बहुत ही गंभीर बात कही हे आपने आज सभी को इन बातो पे...बहुत ही गंभीर बात कही हे आपने आज सभी को इन बातो पे चिंतन और मनन करना चाहिए |हेमेन्द्र सोनीnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-56820210441460118512011-10-13T10:22:48.406+05:302011-10-13T10:22:48.406+05:30भाई जी के कहूँ...??? बोलती बंद कर दी आप तो...बढ़िय...भाई जी के कहूँ...??? बोलती बंद कर दी आप तो...बढ़िया रचना...<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6050153967215399517.post-88344678491777046132011-10-13T06:31:21.752+05:302011-10-13T06:31:21.752+05:30बहुत पावन विचार लिये एक सुंदर रचना ! आजकल रचनाओं स...बहुत पावन विचार लिये एक सुंदर रचना ! आजकल रचनाओं से ऎसी पवित्रता लुप्त-सी हो गई है ! बधाई !सुशीला शिवराणnoreply@blogger.com